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Home Basic Finance Banking

चेक के बाउंस होने के 12 कारण

Elearnmarkets by Elearnmarkets
October 19, 2021
in Banking
Reading Time: 2 mins read
7
65.3k
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English: Click here to read this article in English.

क्या आप ऐसी स्थिति में आए हैं, जहां आपका चेक स्वीकार ना हुआ हो?अगर हाँ! तो आज मैं चेक के खारिज होने के कारणों पर चर्चा करने जा रहा हूं।

खारिज चेक का अर्थ :

चेक माननीय तब कहा जाता है, जब बैंक प्राप्त कर्ता को राशि देता हैं। जबकि, यदि बैंक प्राप्त कर्ता को राशि देने से इंकार करता है, तो चेक को खारिज माना जाता है। दूसरे शब्दों में, चेक का खारिज होना एक ऐसी स्थिति है जिसमें बैंक प्राप्त कर्ता को चेक की राशि देने से इंकार कर देता है।

जब भी चेक को खारिज किया जाता है, तो अदाकर्ता बैंक तुरन्त चेक के ख़ारिज होने के कारणों को एक ‘चेक रिटर्न मेमो’ जारी करते हुए पेयी बैंकर को निर्दिष्ट करता है । पेयी बैंकर मेमो और ख़ारिज चेक प्राप्त कर्ता को प्रदान करता है। चेक के खारिज होने के कारण को पूरा करने के बाद चेक पर निर्दिष्ट तिथि के तीन महीने के भीतर प्राप्त कर्ता को फिर से चेक जमा करने का विकल्प होता है।

इसके अलावा, प्राप्त कर्ता को बैंक से “चेक रिटर्न मेमो” प्राप्त करने की तारीख से 30 दिनों के भीतर ड्रॉअर को एक नोटिस देना होगा। नोटिस में कहा जाना चाहिए कि ड्रॉअर द्वारा नोटिस प्राप्त होने की तारीख से 15 दिनों के भीतर चेक राशि का भुगतान प्राप्त कर्ता के द्वारा किया जाएगा।
हालांकि, यदि नोटिस प्राप्त करने के 30 दिनों के भीतर ड्रॉअर एक नया भुगतान करने में असफल रहता है, तो प्राप्त कर्ता को ‘निगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट’ की धारा 138 के अनुसार डिफॉल्टर के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने का अधिकार है।

चेक के खारिज होने की वजह:

  1. यदि चेक अधिलेखित है। जानिए ‘चेक कैसे लिखें?
  2. यदि हस्ताक्षर अनुपस्थित है या चेक में हस्ताक्षर बैंक द्वारा रखे गए नमूना हस्ताक्षर से मेल नहीं खाता हैं।
  3. यदि प्राप्त कर्ता का नाम अनुपस्थित है या स्पष्ट रूप से नहीं लिखा गया है।
  4. यदि शब्दों और आंकड़ों में लिखी गई राशि एक दूसरे से मेल नहीं खाती है।
  5. यदि खाता संख्या स्पष्ट रूप से उल्लिखित नहीं है या पूरी तरह से अनुपस्थित है।
  6. अगर ड्रॉअर बैंक को चेक का पेमेंट रोकने का आदेश देता है।
  7. अगर कानून की अदालत ने बैंक को चेक पर पेमेंट रोकने का आदेश दिया है।
  8. यदि ड्रॉअर ने खाता बंद कर दिया है चेक पेश होने के पहले ।
  9. यदि चेक के पेमेंट को पूरा करने के लिए बैंक खाते में अपर्याप्त राशि है।
  10. यदि बैंक को ड्रॉअर की मृत्यु या पागलपन या दिवालिया होने की सूचना मिलती है।
  11. यदि चेक पर किए गए किसी भी परिवर्तन को ड्रॉअर ने अपना हस्ताक्षर देकर साबित नहीं किया है।
  12. यदि तारीख का उल्लेख नहीं किया गया है या गलत तरीके से लिखा गया है या उल्लिखित तारीख तीन महीने पहले की है।

किसी चेक के ख़ारिज होने के प्रमुख कारणों की अधिक स्पष्ट समझ पाने के लिए, आप नीचे दिए गए वीडियो को देख सकते हैं:

चेक बाउंस होने के कारण

क्या होता है जब एक चेक को खारिज कर दिया जाता है?

जब चेक को खारिज कर दिया जाता है, तो बैंक द्वारा प्राप्त कर्ता को एक ‘चेक रेतुर्न मेमो’ प्रस्तुत किया जाता है कि चेक बाउंस क्यों हो गया है। प्राप्त कर्ता चेक को फिर से जमा कर सकता है यदि वह मानता है कि यह दूसरी बार स्वीकार किया जाएगा। यदि चेक फिर से बाउंस हो जाता है तो प्राप्त कर्ता कानूनी रूप से ड्रॉअर के खिलाफ मुकदमा चला सकता है।

‘निगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट’, 1881 चेक के ख़ारिज होने के संबंधित मामलों के लिए लागू है। इस अधिनियम की धारा 138 के अनुसार, चेक का खारिज होना एक आपराधिक आरोप है और मौद्रिक दंड या 2 साल तक की कैद या दोनों के साथ दंडनीय है।

जुर्माना:

यदि कोई चेक बाउंस होता है, तो उनके संबंधित बैंकों द्वारा ड्रॉअर और प्राप्त कर्ता दोनों पर जुर्माना लगाया जाता है। यदि ऋण की अदायगी के खिलाफ खारिज चेक है तो व्यक्ति को अतिरिक्त भुगतान शुल्क देना होगा।

क्रेडिट इतिहास को नुकसान

आपके क्रेडिट इतिहास नकारात्मक रूप से प्रभावित होता है अगर आपका चेक ख़ारिज होता है क्यूंकि आपकी भुगतान गतिविधियों को वित्तीय संस्थानों द्वारा क्रेडिट ब्यूरो को सूचित किया जाता है। यदि आपके पास एक अच्छा क्रेडिट स्कोर है तो उधारदाता आप पर भरोसा करेंगे। एक अच्छा क्रेडिट स्कोर होने के लिए, एक अच्छा अभ्यास है की आप चेक को बाउंस होने से बचा सके। आपकी अच्छी भुगतान गतिविधियाँ आपको अच्छे सिबिल स्कोर बनाने में मदद करेंगी और वित्तीय संस्थानों से धन उधार लेने के समय आपको लाभान्वित करेंगी।

चेक लिखते समय उपरोक्त बिंदुओं को ध्यान में रखें ताकि चेक को ख़ारिज न किया जाए।

सीखते रहो!!

चेक लिखते समय उपरोक्त बिंदुओं को ध्यान में रखें ताकि चेक को बाउंस न किया जाए।

सीखते रहो!!

Tags: dishonour of chequehindi
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Comments 7

  1. AffiliateLabz says:
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    2 years ago

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